18-03-2018, 01:01 PM
शब्द
ये शब्द बड़े ही अविरल हैं ,
इनकी महिमा भी बड़ी विशद
कभी प्यार दया दर्शाते हैं ,
कोमलता का भाव दिखाते हैं
सब कुछ सहज सा लगता है ,
सब कुछ इनसे ही संवरता है
ये शब्द...........................
घ्रणा ,द्वेष और दुख का कारण भी खुद बन जाते हैं,
ह्रदयों को ये मुरझाते हैं
तापाग्नि से जलते हैं ,
हँसती आंखों को रुलाते हैं
ये शब्द .........................
कहीं दिल को आह्लादित करते ,
कहीं स्वाभिमान को आहत करते
इनसे ही प्रेम की उत्पत्ति ,
इनसे ही नफरत का होता उद्गम
ये शब्द ...........................
कभी अम्रत से मीठे होते ,
कभी कड़वे होते हैं विष से
कभी रेशम से कोमल होते ,
कभी कड़वे होते ख़ंजर से
ये शब्द बड़े ही अविरल हैं ,
इनकी महिमा भी बड़ी विशद
दीक्षा गौतम
सादाबाद,हाथरस
उत्तर प्रदेश